10 कुमाउनी बाल कविता-2
10 कुमाउनी बाल कविता-2
1. धौनी काकू
धौनी काकू-धौनी काकू
छक्क किलै लगूँछा तुम
सिईनाक दर्शकों कें
झटपट किलै जगूँछा तुम।
2.गर्ज्यागान
गोल गोल- गर्ज्यागान
थिक थोल- गर्ज्यागान
ठुलो ठुलो – गर्ज्यागान
मेरो लाड़िलो- गर्ज्यागान।
3. पिपरी बाज
ललुवा बजौ- पिपरी बाज
कलुवा बजौ- पिपरी बाज
मी ले बजूँ – पिपरी बाज
तू ले बजौ- पिपरी बाज।
4. लाल बुरूंश
डाण में खिलूँ- लाल बुरूँश
हावल हिलूँ- लाल बुरूँश
किसम नमानकि दवै बणैं
जूस दिलूँ- लाल बुरूँश।
5. ताल
तालूनक पाणि द्यखौ
माच्छोंकि पराणि द्यखौ
वां बै यां, याँ बै वाँ
नौकाओंक उज्याणि द्यखौ।
6.माकड़
नान-नान कालो-कालो
छरपट छालो-छालो
जाला भितेर लुकि रौ
माकड़ तलिकै झुकि रौ।
7. गुल्ली डंड- जिंदाबाद
लगौ दंड-जिंदाबाद
हैरौ ठंड- जिंदाबाद
तूँ ले खेल-मीं ले खेलूँ
गुल्ली डंड- जिंदाबाद।
8. नैनो कार
नानी नानि- नैनो कार
हैरै ठाड़ि- नैनो कार
तूं ले बस- मीं ले बसूँ
लाड़िलि गाड़ि- नैनो कार।
9. मि फौजी बणूँल
दुश्मनक छक्क छुड़ूँल
बौडर में लड़ै लड़ूँल
सुभावक मनमौजी बणूँल
मि फौजी बणूँल।
10. इकन्नि काकि
पार भीड़ैकि- चवन्नि काकि
वार भीड़ैकि- अठन्नि काकि
बिच्च में अलझि रै
मेरि लाड़िलि- इकन्नि काकि।
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