कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

Category: शिक्षक दिवस विशेष

अब्राहम लिंकन का पत्र

बेटे के अध्यापक को अब्राहम लिंकन का पत्र अब्राहम लिंकन (12 फरवरी, 1809- 15 अप्रैल 1865) अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1861 से 1865 तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। उन्होंने अमेरिका को उसके सबसे बड़े संकट – गृहयुद्ध से निजात दिलाई तथा अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय भी

शिक्षक : संसार के निर्माता

शिक्षक इस जगत के असली निर्माता हैं “जय शिक्षक जय ज्ञान के दाता जय हो तुम्हारी जय जय हो।” भक्तिकालीन संत कबीरदास जी ने कहा है कि गुरू सम दाता जग में कोई नहीं। अर्थात गुरू के समान दाता यानी देने वाला कोई नहीं है। गुरू अर्थात शिक्षक ही है जो अपने ज्ञान से व्यक्ति
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