कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

कुमाउनी मासिक पत्रिका ‘आंखर’ और उससे जुड़ी तस्वीरें

कुमाउनी मासिक पत्रिका ‘आंखर’ और उससे जुड़ी तस्वीरें

 

कुमाउनी मासिक पत्रिका-आंखर

       वर्ष 1993 के प्रथम माह से लखनऊ से एक कुमाउनी मासिक पत्रिका का प्रकाशन हुआ। इस पत्रिका का नाम था- ‘आंखर’। कुमाउनी मासिक पत्रिका ‘आंखर’ का संपादन लखनऊ से आकाशवाणी के उत्तरायण कार्यक्रम के प्रस्तोता रहे बंशीधर पाठक ‘जिज्ञासु’ ने किया। जनवरी,1993 से शुरू की गई इस पत्रिका के प्रकाशक थे पियूष चंद्र पांडे और इसका प्रकाशन भी लखनऊ से ही होता था। बाद में कुछ समय तक इसका संपादन नवीन चंद्र जोशी ने किया। शुरूआत में इस पत्रिका की एक प्रति का मूल्य 5 रू था। 

        आंखर पत्रिका में शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’, रमेश चंद्र शाह, नवीन जोशी ‘नवेंदु’, मोहन कुमाउनी, योगेन्द्र प्रसाद जोशी ‘नवल’, ज्ञान पंत, घनानंद पांडे ‘मेघ’, नरेंद्र सिंह नेगी, बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’, शेरसिंह मेहता ‘कुमाउनी’ आदि कुमाउनी के प्रसिद्ध रचनाकारों की रचनाएँ प्रकाशित होती थीं। 

पत्रिका का नाम- आंखर‘ (कुमाउनी मासिक) 
प्रकाशन- जनवरी, 1993 से
प्रकाशन स्थल- लखनऊ
संस्थापक संपादक- बंशीधर पाठक ‘जिज्ञासु’
प्रकाशक- पियूष चंद्र पांडे

 

पत्रिका की तस्वीरें

आंखर का मुखपृष्ठ
विषय सूची पृष्ठ
प्रकाशित एक कहानी
मुखपृष्ठ
विषय सूची पृष्ठ
प्रकाशित एक कविता

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