कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

10 कुमाउनी बाल कविताएँ- 01

कुमाउनी बाल कविताएँ

1.बिराउ कैं बुखार

एक द्वी तीन चार,
बिराउ कैं ऐगो भौत बुखार।
पांच छै सात आठ,
मुसाक हैरईं भौतै ठाठ।।

2. गुणि ददा !

गुणि ददा, गुणि ददा,
तू मीकैं इक बात बता।
कसिकै रूख में चढ़छैं,
कसिकै क ख तूं पढ़छैं।

3. बोलि

कुकुड़ बासूँ कूँ- कूँ,
वानर करूं खूँ- खूँ।
मुस बुलां चूँ- चूँ,
कुकुर करूं भूँ- भूँ।

4. हजारीक फूल

कैल द्यय्खौ,
त्वील द्यय्खौ, मील द्यय्खौ।
नानु नान, लाल- पिङल,
हजारीक फूल द्यय्खौ।

5. बर्खा लागी

बर्खा लागी- बर्खा लागी,
झम-झमा-झम बर्खा लागी।
चन्नू- मन्नू छत्ता लाओ,
झम-झमा-झम बर्खा लागी।

6. चिट्ठि ऐरै

ढम-ढम ढोल बाज्यो,
सी- सी सिट्टि।
चन्नू- मन्नू दौड़ बै जाओ,
बबाकि ऐरै चिट्ठि।

7. घुघुति चड़ी

रात्तै बासि घघुति चड़ी,
ब्याव बासि घघुति चड़ी।
अन्यार बासि घुघुति चड़ी,
उज्याव बासि घुघुति चड़ी।

8. तुरै भौजि

हरी- भरी तुरै भौजि,
लगिल में हैरै ठाड़ि भौजि।
कद्दू दाद मुस्कुरानईं,
यो कसि अनाड़ि भौजि।

9. चुटकियोंकि बरयात

चुटकियोंकि बरयात ऐरै,
ये दुला बै वी दुला जैरै।
ठुल चुटक ब्यौल बणिरौ,
नानि बणिरै ब्यौलि।

10. बानर ककाक फौन

बानर काक बजार ग्याय,
वाँ बै एक फौन ल्याय।
फौन हाथ बै छुटि पड़ौ,
एक मिनट में टुटि पड़ौ।

 

© Dr. Pawanesh

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