September 8, 2019
पहाड़ की नारी
पहाड़ की नारी
पहाड़ पर पग धरते-धरते
पहाड़ पर रंग भरते-भरते
पहाड़-पहाड़ करते-करते
पहाड़ की नारी
पहाड़ पर रहते-रहते
पहाड़ को सहते-सहते
पहाड़-पहाड़ कहते-कहते
पहाड़ की नारी
पहाड़ पर नमक बोते-बोते
पहाड़ पर पलक धोते-धोते
पहाड़-पहाड़ ढोते-ढोते
पहाड़ की नारी
पहाड़ पर हंसते-रोते
पहाड़ को खोते पाते
पहाड़-पहाड़ होते-होते
पहाड़ की नारी
पहाड़ हो ही गई।
© Dr. Pawanesh
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