प्रिय पाठकों, आज हम आपको ले चलते हैं उत्तराखंड के लोक साहित्य की ओर और चर्चा करते हैं प्रो० डी० डी० शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ‘उत्तराखंड के लोकसाहित्य का आयामी परिदृश्य’ की। पुस्तक के विषय में- उत्तराखंड के लोकसाहित्य का आयामी परिदृश्य ‘उत्तराखंड के लोकसाहित्य का आयामी परिदृश्य’ पुस्तक के लेखक प्रो.डी.डी. शर्मा
एक फौजी की प्रेम कहानी मुझे भरोसा है अपने ईष्ट देव पर। वो एक दिन जरूर वापस आयेंगे। कुमाऊँ रेजिमेंट में भर्ती हुए अभी उनको पूरे ढाई साल भी नहीं हुए हैं और आर्मी वाले कहते हैं कि गायब हो गये ! अरे भाई, ऐसे ही गायब हो जाता कोई सेना से। राजू की ड्यूटी
प्रेम की होली होली पर गांव- बाजार का माहौल गरमाया हुआ था। जहाँ- तहाँ रंग से पुते होल्यार ही होल्यार नजर आ रहे थे। होली है- होली है की ध्वनि से वातावरण गुंजायमान हो रहा था। राजेश, मदन और राहुल भी अपनी- अपनी पिचकारी से लोगों को भिगा रहे थे। अचानक उन्होंने देखा कि उनका