कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

Author: डॉ० पवनेश

प्रिय बहना, मैं अभी जिंदा हूँ

     हमारी वेबसाईट के कालम ‘कविता विशेष’ में आपके सामने जो पहली कविता रखी जा रही है, उसका शीर्षक है- ‘प्रिय बहना, मैं अभी जिंदा हूँ।’ कविता परिचय-      यह कविता साहित्यकार ‘बलवंत मनराल’ के ‘पहाड़ आगे: भीतर पहाड़’ कविता संग्रह से उद्धृत की गई है। कविता उत्तराखंड आंदोलन के समय रामपुर तिराहे

इन दिनों पहाड़ों में आसमान

इन दिनों पहाड़ों में आसमान         इन दिनों पहाड़ों में आसमान बारिश के बाद बहुत ही खूबसूरत नजर आता है। 5 दिसंबर को प्रातः से ही बादल आसमान में जेट विमान के धुएँ से बिखर गयेे। देखिए कुछ तस्वीरें- Share this post

तुम्हारे जुल्मों की थाह नहीं

तुम्हारे जुल्मों की थाह नहीं   तुम्हारे जुल्मों की थाह नहीं, मगर मेरे होंठों में आह नहीं।    कभी दहेज के लोभ से कभी अपनी कुंठा के कोप से  मिटा दी जाती है मेरे हाथों की मेंहदी कुचल दी जाती है मेरी भावनाएँ झुलसा दिए जाते हैं मेरे अरमान तुम तो जी लेते हो मगर

बर्फबारी से हिमालय बना केदारनाथ धाम

 बर्फ से लकदक हुआ केदारनाथ धाम            दिनांक 28 नवंंबर को केदारनाथ धाम में भी जमकर बर्फबारी हुई। केदारनाथ और उसके आस-पास के इलाके बर्फ से पूरी तरह ढक गये। देखिए ये तस्वीरें-   Share this post

नाई इंटर कॉलेज में संविधान दिवस का आयोजन

संविधान दिवस का आयोजन         आज दि० 26 नवंबर, 2019 को हमारे विद्यालय रा० इ० का० नाई के सभागार में संविधान दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम प्रधानाचार्य श्री अनिल कुमार कठेरिया व अन्य शिक्षकों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का सुभारंभ किया गया। इसके पश्चात छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व देशभक्ति गीत की

बर्फबारी ने नैनीताल के सौंदर्य में लगाये चार चाँद

बर्फबारी ने नैनीताल के सौंदर्य में लगाये चार चाँद         सरोवर नगरी नैनीताल में आज सीजन की पहली बर्फबारी हुई। इससे पूर्व ओले भी जमकर बरसे। पर्यटकों और स्थानीय जनता नेे भी बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। देखिए तस्वीरें- Share this post

10 कुमाउनी बाल कविताएँ- 01

कुमाउनी बाल कविताएँ 1.बिराउ कैं बुखार एक द्वी तीन चार, बिराउ कैं ऐगो भौत बुखार। पांच छै सात आठ, मुसाक हैरईं भौतै ठाठ।। 2. गुणि ददा ! गुणि ददा, गुणि ददा, तू मीकैं इक बात बता। कसिकै रूख में चढ़छैं, कसिकै क ख तूं पढ़छैं। 3. बोलि कुकुड़ बासूँ कूँ- कूँ, वानर करूं खूँ- खूँ।

उत्तराखंड के प्रमुख पर्वत शिखर

उत्तराखंड के प्रमुख पर्वत शिखर उत्तराखंड का सबसे बड़ा पर्वत शिखर चमोली जनपद में स्थित नंदादेवी है। इसकी ऊंचाई 7817 मी. है। इसके अलावा भी राज्य के सर्वाधिक बड़े शिखर चमोली जनपद में ही स्थित हैं। राज्य में स्थित प्रमुख पर्वत शिखर, उनकी ऊंचाई और स्थिति निम्नलिखित है- नन्दादेवी ( 7817 मी. ), चमोली कामेट

अल्मोड़ा से जागेश्वर, लखु-उड्यार और चितई गोलू मंदिर भ्रमण

अल्मोड़ा से जागेश्वर, लखु-उड्यार और चितई गोलू मंदिर भ्रमण         आज प्रातः 8 बजे हम लोग इंद्रेश कुमार पांडे सर के नेतृत्व में कक्षा 9 और 11 के विद्यार्थियों के साथ शैक्षिक भ्रमण पर निकल पड़े। जी. आई. सी. नाई से अल्मोड़ा होते हुए हम लोग लगभग दोपहर 12 बजे जागेश्वर पहुंचे।
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