कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

श्री लक्ष्मी भंडार, हुक्का क्लब की रामलीला 

श्री लक्ष्मी भंडार, हुक्का क्लब की रामलीला 

    साथियो, यदि कोरोना वायरस न फैला होता तो आजकल पूरे देशभर में रामलीला के मंचन से माहौल राममय हुआ रहता। हमारे कुमाऊं अंचल में रामलीला नाटक के मंचन की परंपरा का इतिहास 160 वर्ष से भी अधिक पुराना है। इसी परंपरा में अल्मोड़ा जनपद के श्री लक्ष्मी भंडार, हुक्का क्लब की रामलीला दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हुक्का क्लब में रामलीला का वर्ष 1930 से प्रतिवर्ष आयोजन होता है। देखिए हुक्का क्लब के रामलीला मंचन की कुछ तस्वीरें-

 

 

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