कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन- प्रथम दिवस

संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल हो कुमाउनी

       कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी, अल्मोड़ा व ‘पहरू’ मासिक पत्रिका द्वारा आयोजित नौकुचियाताल में चल रहे 11वें राष्ट्रीय कुुमाउनी भाषा सम्मेलन के पहले दिन देश भर से आये साहित्यकारों  व भाषा-प्रेमियों ने एकमत से कुुुुमाउनी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने पर बल दिया। 

     सुबह 11 बजे से शुरू होकर देर रात तक चलेे कार्यक्रम में कुुमाउनी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने पर तो चर्चा हुई ही, साथ ही लो क संगीत व साहित्य पर विचार हुआ और अनेेेक साहित्यकारों व भाषा-प्रेमियों को पुरस्कृत व सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वाले भाषा सेवियों में कुमाउनी को अपने हास्य प्रसंगों  से लोकप्रिय बनाने वालेेे कामेडिन Pawan Pahadi भी थे। 

     कार्यक्रम में  घुघूती जागर RD चैैैनल के Rajendra Dhaila एंड पार्टी, Chandan Bora एंड पार्टी, दीवान कनवाल एंड साथी व स्थानीय स्कूूलों के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी जा रही है। सम्मेलन में कुुमाउनी पुस्तकों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र बन रही है। 

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