नंदू की प्रेमिका नंदू जब गाँव से शहर आया तो उसने अल्मोड़ा में एक किराए का कमरा लिया। यहाँ उसने डिग्री कालेज में बी०ए० में एडमिशन लिया और आगे की पढ़ाई करने लगा। सच तो यह कि नंदू और मैंने साथ ही कालेज में एडमिशन लिया और एक ही कमरे
एक बिल्ले की प्रेमकथा “म्याऊँ… म्याऊँ…. बिल्लो रानी कहो तो अभी जान दे दूं….”- डब्बू बिल्ला पूसी बिल्ली को मनाने के लिए यह गीत गा रहा था, लेकिन पूसी पर गीत का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा था। तब डब्बू बिल्ले ने गीत के कुछ शब्दों में परिवर्तन करके यह गीत
एक फौजी की प्रेम कहानी मुझे भरोसा है अपने ईष्ट देव पर। वो एक दिन जरूर वापस आयेंगे। कुमाऊँ रेजिमेंट में भर्ती हुए अभी उनको पूरे ढाई साल भी नहीं हुए हैं और आर्मी वाले कहते हैं कि गायब हो गये ! अरे भाई, ऐसे ही गायब हो जाता कोई सेना से। राजू की ड्यूटी
नीली साड़ी वाला चांद जब मैं छोटा बच्चा था तो रात को मां से चांद दिखाने की जिद किया करता था। माँ मना करती तो मैं रोने लगता था। मजबूर होकर माँ को चांद दिखाने मुझे छत पर ले जाना पड़ता था। तब माँ मेरा मुंह चांद की ओर करके गुनगुनाती थी- “चंदा मामा आ