September 3, 2019
एकाग्रता
![](https://drpawanesh.com/wp-content/uploads/2019/09/y8xokecq-142x150.jpg)
एकाग्रता हवा चलती है तो हिलती है पत्ती तुम आईं तो हिली मेरी पलकें और टिक गईं तुम पर तूफान आया बारिश हुई ओले बरसे बर्फ गिरी और भी न जाने क्या-क्या हुआ लेकिन मेरी पलकें अभी भी टिकीं हैं तुम पर। © Dr. Pawanesh Share this post