September 25, 2019
ओ प्रवासी पंछी तुझे गाँव बुलाता है
ओ प्रवासी पंछी तुझे गाँव बुलाता है तेरी याद में निशदिन रह-रह अकुलाता है, ओ प्रवासी पंछी तुझे गाँव बुलाता है। अनगिनत ख्वाबों को संग में ले चले उड़ते उड़ते तुम इतनी दूर उड़ चले वापस आना भी चाहो तो मन जलाता है ओ प्रवासी पंछी तुझे गाँव बुलाता है। दादी मां के