कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान ( National Parks of Uttarakhand )

उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान 
( National Parks of Uttarakhand ) 

       उत्तराखंड में वन्य जीव विहारों के समान ही कुल 6 राष्ट्रीय उद्यान हैं-

1. जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान ( Jim Corbett National Park )-

  • स्थापना- 1936 ई० 
  • प्रारंभिक नाम- हैली राष्ट्रीय उद्यान
  • स्थान- नैनीताल और पौड़ी गढ़वाल
  • क्षेत्रफल- 520.82 वर्ग किलोमीटर
  • विशेषता- 1. एशिया का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान
                  2. भारत का प्रथम बाघ संरक्षण                         स्थल
  • प्रमुख जीव- बाघ, हाथी, मगरमच्छ, चीतल, सांभर, काकड़, अजगर, हिरन, महाशीर, तेंदुआ।

        वर्ष 1936 में राज्य के तत्कालीन गवर्नर सर हैली के नाम से स्थापित कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का ही नहीं, बल्कि एशिया का भी प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है। स्वतंत्रता के बाद इसका नाम रामगंगा नेशनल पार्क रखा गया, लेकिन वर्ष 1957 में महान प्रकृति प्रेमी जिम कॉर्बेट की स्मृति में इसका नाम एक बार पुनः बदलकर कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया। इस पार्क में प्रवेश के लिए नैनीताल जनपद के ढीकाला में प्रवेश द्वार बनाया गया है, जो कि नैनीताल जिला मुख्यालय से 144 किलोमीटर दूर है, यह क्षेत्र नगर पालिका रामनगर ( नैनीताल ) से काफी निकट है।
     1 नवंबर, 1973 को इसे भारत का पहला बाघ संरक्षण पार्क घोषित किया गया। संरक्षित क्षेत्र की घोषणा के बाद पार्क में शेरों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है, इस पार्क में लगभग 570 पक्षी प्रजातियां, 25 सरीसृप की प्रजातियां, व 75 स्तनधारी जीव पाए जाते हैं।
     राज्य के सभी उद्यानों में सर्वाधिक पर्यटक कार्बेट उद्यान में आते हैं, इसके बाद क्रमशः राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park) और फूलों की घाटी (Flower Valley) में आते हैं।

2. गोविंद राष्ट्रीय उद्यान (Govind National Park)-

  • स्थापना- 1980 ई०
  • स्थान- उत्तरकाशी
  • क्षेत्रफल- 472 वर्ग किलोमीटर
  • प्रमुख जीव- भूरा भालू, काला भालू, कस्तूरी   मृग, हिम तेंदुआ, भरल, थार। 

       उपर्युक्त जीवों के अलावा यहाँ मोनाल, कोकलास, ट्रेगोपान, कलीज आदि पक्षी प्रमुखता से मिलते हैं। 

3. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park)-

  • स्थापना- 1982 ई०
  • स्थान- चमोली जनपद
  • क्षेत्रफल- 624 वर्ग किलोमीटर
  • प्रमुख जीव- हिमालयन भालू, स्नोलैपर्डस, मस्क डियर, मोनाल, कस्तूरी मृग, भरल।

        समुद्र तल से 5431 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस राष्ट्रीय उद्यान का मुख्यालय जोशीमठ में है।

4. फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Valley of Flowers National Park)-

  • स्थापना- 1982 ई०
  • स्थान- चमोली जनपद में
  • क्षेत्रफल- 87.5 वर्ग किलोमीटर
  • खोजकर्ता- पर्वतारोही फ्रेंक स्माइथ ( 1931 ई० )
  • अन्य नाम- नंदनवन, अलकापुरी, गंधमादन, बैकुंठ, भ्यूंडार घाटी, पुष्पावती, पुष्परसा, फ्रेंक स्माइथ घाटी।
  • प्रमुख जीव- गुलदार, कस्तूरी मृग, हिमालयन भालू, भरल। 

         यह उद्यान समुद्र तल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर नर और गंधमादन पर्वतों के बीच स्थित है । यहां पुष्पावती नदी बहती है, जो कि कामेट पर्वत से निकलती है। यहां के मुख्य आकर्षण हजारों किस्म के पुष्प और दुर्लभ जंतु हैं। इसका मुख्यालय जोशीमठ है।
       1931 में पर्वतारोही फ्रेंक स्माइथ ने यहाँ फूलों की ढाई हजार किस्में खोज निकाली। फ्रेंक स्माइथ ने अपनी पुस्तक ‘द वैली आफ फ्लावर्स’ ( The Valley of Flowers ) में इस घाटी का विस्तृत वर्णन किया है। स्कंदपुराण के केदारखंड में इसे ‘नंदनकानन’ व कालिदास के मेघदूतम् में इसे ‘अलकापुरी’ कहा गया है। 

5. राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park)-

  • स्थापना- 1983 ई०
  • स्थान- देहरादून, हरिद्वार व पौड़ी गढ़वाल
  • क्षेत्रफल- 820.42 वर्ग किलोमीटर
  • प्रमुख जीव- हाथी, नीलगाय, शेर, चीतल, बाघ।

         इस उद्यान में 23 प्रकार के स्तनधारी वन्य प्राणी एवं 313 प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं। यहां पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां में अमलतास, साल, खैर, शीशम, झिंगन, खरपट, बाकली, सैन, चीड़, सिरस, रोहणी आदि प्रमुख हैं। इसका मुख्यालय देहरादून में है।

6. गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (Gangotri National Park)-

  • स्थापना- 1989 ई०
  • स्थान- उत्तरकाशी जनपद
  • क्षेत्रफल- 2390 वर्ग किलोमीटर
  • प्रमुख जीव- हिम तेंदुआ, हिमालयन भालू, कस्तूरी मृग, भरल।

      उपर्युक्त वन्य जीवों के अलावा यहाँ स्नोकाक, मोनाल, कोकलास, ट्रेगोपान आदि पक्षी भी बहुतायत में मिलते हैं।

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