समर्पित राजनेता व संस्कृतिकर्मी थे इंद्रमणि बडोनी
समर्पित राजनेता व संस्कृतिकर्मी थे इंद्रमणि बडोनी
अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई में इंद्रमणि बडोनी का जन्मदिन लोक संस्कृति दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन लोकभाषा कुमाउनी में हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में बडोनी जी की अग्रणी भूमिका रही है। 105 दिनों की पैदलयात्रा हो या आमरण अनशन उन्होंने हर तरह से राज्य आंदोलन को सशक्त बनाया।
संचालन करते हुए गणेश चंद्र शर्मा ने कहा कि बडोनी जी गांधी जी के सत्य व अहिंसा के सिद्धांतों से अत्यधिक प्रभावित थे। इसीलिए उन्हें उत्तराखण्ड का गांधी कहा गया है। कार्यक्रम संयोजक डॉ० पवनेश ठकुराठी ने बडोनी जी को एक समर्पित संस्कृतिकर्मी बताया।
विनीता टम्टा ने कहा कि गढ़वाली भाषा में बडोनी जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और उन्हें एक प्रभावशाली नेता बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के मध्य प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सरस्वती वंदना हे मैया सरस्वती, समूहगान उत्तराखण्ड गांधी इंद्रमणि बडोनी, कोसी बचाओ गीत, आनंदम गीत छम छम नाचूंला, मील जाण छू स्कूल, पर्यावरण कवि सम्मेलन, छात्ता वाला भुला, जागर, सांस्कृतिक झोड़ा आदि की दर्शकों ने सराहना की।
स्वरचित कविता लेखन प्रतियोगिता में सौरभ भंडारी (कक्षा-10) और प्रिया भंडारी (कक्षा-6) को, निबंध लेखन प्रतियोगिता में खुश्बू बिष्ट (कक्षा-10), कृतिका बिष्ट (कक्षा-9) और मानसी नयाल (कक्षा-12) को, भाषण प्रतियोगिता में कृतिका बिष्ट (कक्षा-9)और मानसी बिष्ट (कक्षा-8) को तथा चित्रकला प्रतियोगिता में योगेश कुमार (कक्षा-10) व दीपक भंडारी (कक्षा-7) को पुरस्कृत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागी भी पुरस्कृत हुए।
इस अवसर पर स्वयंदीप सिंह, विनोद कुमार, फरीद अहमद, अजरा परवीन, सोनम देवी, निशा पिलख्वाल, नेहा धुरकोटिया, भगवती देवी, कमला देवी, चंदन सिंह, दीपक बिष्ट, मोहित कुमार, दीपांक बिष्ट आदि लोग मौजूद रहे।
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