कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

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कविता संग्रह राफ और राफ से चयनित 5 कविताएँ

कविता संग्रह राफ और राफ से चयनित 5 कविताएँ        डॉ. देव सिंह पोखरिया के ‘राफ’ कविता संग्रह को वर्ष 2022 का शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार देने की घोषणा हुई हैं। यहाँ प्रस्तुत है ‘राफ’ कविता संग्रह के विषय में संक्षिप्त जानकारी व संग्रह से चयनित 5 कविताएँ- राफ कविता

भुवन बिष्ट की कुमाउनी कविताएँ

   भुवन बिष्टकि कुमाउनी कविता                      १. सरस्वती बंदना दैण हैजा माता मेरी सरस्वती, दिये माता भौल बुलाण भलि मति।            एक हाथ किताब त्यौर,            एक हाथ छौ वीणा। मैं बालक अबोध अज्ञानी, आयूँ  मैं तेरी शरणा।    

ललित शौर्य की कुमाउनी कविताएँ

 ललित शौर्य कि कुमाउनी कविता             १. शब्द ब्रह्म हुनि मैं लड़ते रूंल आज, भोल और पोर ही जाणेक तुम गोलि चलाला मैं कलम चलूल तुम मकें मार सकछा मेर शब्दन कै नी मार सकला कभै किलैकि शब्द  ब्रह्म हुनी और यो बात ध्यान धरिया जो ब्रम्ह छू उ अमर छू….। 
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