рдХрдард┐рди рдирд╣реАрдВ рдХреЛрдИ рднреА рдХрд╛рдо, рд╣рд░ рдХрд╛рдо рд╕рдВрднрд╡ рд╣реИред рдореБрд╢реНрдХрд┐рд▓ рд▓рдЧреЗ рдЬреЛ рдореБрдХрд╛рдо, рд╡рд╣ рдореБрдХрд╛рдо рд╕рдВрднрд╡ рд╣реИ - рдбреЙ. рдкрд╡рдиреЗрд╢ред

рдХреБрдорд╛рдЙрдиреА рдХрд╛ рдкрд╣рд▓рд╛ рд░реЗрдЦрд╛рдЪрд┐рддреНрд░ рд╕рдВрдЧреНрд░рд╣: рджрд╕ рдЬреНрдпреВрди рдЪрд┐рддреНрд░

 कुमाउनी का पहला रेखाचित्र संग्रह: दस ज्यून चित्र (2016)      डॉ० पवनेश ठकुराठी का यह रेखाचित्र संग्रह वर्ष 2016 में कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति, कसारदेवी (अल्मोड़ा) से प्रकाशित हुआ है। यह कुमाउनी का पहला मौलिक रेखाचित्र संग्रह है। इस संग्रह में कुल दो भाग हैं। पहले भाग का नाम मनखियोंक चित्र

рд░рд╛реж рдЗреж рдХреЙреж рдирд╛рдИ рдХреЗ рд╕рдорд░ рдХреИрдВрдк рдореЗрдВ рд╡рд┐рджреНрдпрд╛рд░реНрдереА рд╣реБрдП рдкреБрд░рд╕реНрдХреГрдд

रा० इ० कॉ० नाई के समर कैंप में विद्यार्थी हुए पुरस्कृत  अल्मोड़ा, पर्यावरण के बिना मानव समाज की कल्पना अधूरी है। इसीलिए पर्यावरण को स्वच्छ रखना और उसका संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है। यह बात रा० इ० कॉ० नाई में आयोजित समर कैंप के समापन कार्यक्रम में नोडल अधिकारी और संदर्भदाता डॉ. पवनेश ठकुराठी

рднрд╛рд╖рд╛, рд╕рдВрд╕реНрдХреГрддрд┐, рд╕рдВрд╕реНрдХрд╛рд░реЛрдВ рдХреЛ рдЬреАрд╡рди рдореЗрдВ рдЙрддрд╛рд░рдиреЗ рдХреА рдЖрд╡рд╢реНрдпрдХрддрд╛- рдбреЙреж рдПрдЪ.рдПрд╕. рд░рд╛рд╡рдд

भाषा, संस्कृति, संस्कारों को जीवन में उतारने की आवश्यकता–डॉ० एच.एस. रावत * रा० इ० का० नाई में धूमधाम से मनाया गया लोक संस्कृति दिवस।  * लोक साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाली विभूतियाँ हुई सम्मानित।  * बल्द बुबु, पाठि बैंणि और द्वी दसाम बीस पुस्तकों का लोकार्पण। अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई

рдирд╛рдИ рдХреЗ рд╡рд┐рджреНрдпрд╛рд░реНрдерд┐рдпреЛрдВ рдиреЗ рдХрд┐рдпрд╛ рд╕реВрд░реНрдп рдордВрджрд┐рд░ рдФрд░ рдорд╛рдирд╕рдЦрдВрдб рд╡рд┐рдЬреНрдЮрд╛рди рдХреЗрдВрджреНрд░ рдХрд╛ рд╢реИрдХреНрд╖рд┐рдХ рднреНрд░рдордг

जीआईसी नाई के विद्यार्थियों ने किया सूर्य मंदिर और मानसखंड विज्ञान केंद्र का शैक्षिक भ्रमण अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई के कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों ने सूर्य मंदिर, कटारमल और मानसखंड विज्ञान केंद्र, अल्मोड़ा का शैक्षिक भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने सर्वप्रथम कटारमल सूर्य मंदिर के ऐतिहासिक-धार्मिक महत्व को जाना।

рдореЗрд░реЗ рдЧрд╛рдБрд╡ рдХреЗ рдлреМрдЬреА’ рдкреБрд╕реНрддрдХ рдХрд╛ рд╣реБрдЖ рд▓реЛрдХрд╛рд░реНрдкрдг рдФрд░ рд╕рдореНрдорд╛рдирд┐рдд рд╣реБрдИ рд╡рд┐рднреВрддрд┐рдпрд╛рдБ

‘मेरे गाँव के फौजी‘ पुस्तक का हुआ लोकार्पण और सम्मानित हुई विभूतियाँ अल्मोड़ा, रा०इ० कॉ० नाई में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में धुराफाट क्षेत्र के फौजियों पर केंद्रित पुस्तक ‘मेरे गाँव के फौजी’ का प्रधानाचार्य डॉ० पवनेश ठकुराठी, मुख्य अतिथि नायब सूबेदार श्री मोहन सिंह भंडारी,

рдЬреАреж рдЖрдИреж рд╕реАреж рдирд╛рдИ рдореЗрдВ рдзреВрдордзрд╛рдо рд╕реЗ рдордирд╛рдпрд╛ рдЬрд╛рдПрдЧрд╛ рд╕реНрд╡рддрдВрддреНрд░рддрд╛ рджрд┐рд╡рд╕ рд╕рдорд╛рд░реЛрд╣

जी० आई० सी० नाई में धूमधाम से मनाया जाएगा स्वतंत्रता दिवस समारोह अल्मोड़ा, रा०इ० कॉ० नाई में 78 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि नायब सूबेदार श्री मोहन सिंह भंडारी और विशिष्ट अतिथि हवलदार गुलाब सिंह बिष्ट रहेंगे। अतिथियों द्वारा प्रतियोगिताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजेता छात्र-छात्राओं

рд░рд╛реж рдЗреж рдХреЙреж рдирд╛рдИ рдХреЗ рд╡рд╛рд░реНрд╖рд┐рдХреЛрддреНрд╕рд╡ рдореЗрдВ рдкреБрд░рд╕реНрдХреГрдд рд╣реБрдП рдореЗрдзрд╛рд╡реА рд╡рд┐рджреНрдпрд╛рд░реНрдереА

रा० इ० कॉ० नाई के वार्षिकोत्सव में पुरस्कृत हुए मेधावी विद्यार्थी अल्मोड़ा, एक साधारण विद्यार्थी भी जीवन में असाधारण सफलता प्राप्त कर सकता है। इसीलिए प्रत्येक विद्यार्थी को मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए। यह बात डॉ० विपिन चंद्र पुजारी ने रा० इ० कॉ० नाई में आयोजित विद्यालय के वार्षिकोत्सव समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। 

‘рдлреВрд▓рджреЗрдИ’ рдмрд╛рд▓ рдкрддреНрд░рд┐рдХрд╛ рдХрд╛ рд╣реБрдЖ рд▓реЛрдХрд╛рд░реНрдкрдг

फूलदेई बाल पत्रिका का हुआ लोकार्पण अल्मोड़ा, फूलदेई पत्रिका विद्यार्थियों की रचनात्मकता को सामने लाने वाली पत्रिका है। पत्रिका के माध्यम से विद्यार्थियों के भाषाई कौशल का विकास होगा। यह बात रा० इ० कॉ० नाई के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ० पवनेश ठकुराठी ने कॉलेज के विद्यालय सभागार में आयोजित प्रवेशोत्सव व लोकार्पण कार्यक्रम में कही।   

рдЧреБрдорд╛рдиреА рдкрдВрдд рдФрд░ рдЙрдирдХреА 5 рдЪрдпрдирд┐рдд рдХреБрдорд╛рдЙрдиреА рдХрд╡рд┐рддрд╛рдПрдБ

गुमानी पंत और उनकी 5 चयनित कुमाउनी कविताएँ 1. महाकवि गुमानी पंत            पं० गुमानी पन्त का जन्म सन 1790 में काशीपुर में हुआ था। इनका पैतृक निवास स्थान पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट का उपराड़ा गाँव था। इनके पिता का नाम देवनिधि पंत और माता का नाम मंजरी देवी था। गुमानी

рд▓реЛрдХрдЧрд╛рдпрдХ рдкреНрд░рд╣рд▓рд╛рдж рдореЗрд╣рд░рд╛: рдЬреАрд╡рди рдПрд╡рдВ рд▓реЛрдХрд╕рдВрдЧреАрдд

लोकगायक प्रहलाद मेहरा: जीवन एवं लोकसंगीत  आज समाचार चैनलों के माध्यम से यह सुनने को मिला कि ह्दयगति रूकने से कुमाउनी लोकगायक प्रहलाद मेहरा का निधन हो गया। यह स्तब्ध करने वाली खबर है। मेहरा जी का जाना एक ऐसे लोकगायक का जाना है जिसने कुमाउनी लोकसंगीत को अपनी जमीन से बिछुड़ने नहीं दिया। कुमाउनी
error: Content is protected !!