कवि ताराराम आर्य के लोकप्रिय गीत 7 जुलाई, 1925 को ओखलकांडा (नैनीताल) के गांव सुरंग में जन्मे जनकवि ताराराम आर्य का 98 वर्ष की उम्र में हल्द्वानी में निधन हो गया। कवि ताराराम आर्य की ‘सुंदर लोकगीतों का गुच्छा’ शीर्षक से कई छोटी-छोटी लोकगीतों की पुस्तिकाएँ प्रकाशित हैं। वे अपनी रचनाओं
प्रोजेक्ट कायाकल्प, भाग-3, दीवारें बोलती हैं रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में प्रोजेक्ट कायाकल्प के तीसरे भाग ‘दीवारें बोलती हैं’ के अंतर्गत विद्यालय की दीवारों में चित्रांकन, पेंटिंग व लेखन का कार्य किया गया। इस भाग को हिंदी प्रवक्ता डॉ. पवनेश ठकुराठी के दिशा-निर्देश में संपन्न किया गया। इस हेतु उन्हें
जयशंकर प्रसाद की कहानियों के नारी चरित्रों का सामाजिक- सांस्कृतिक अध्ययन (हिंदी शोध समालोचना संग्रह, 2014) Jayshankar Prasad ki kahaniyon ke nari charitron ka samajik- saanskritik adhyayan वर्ष 2014 में अविचल प्रकाशन, बिजनौर से प्रकाशित डॉ. पवनेश ठकुराठी की इस शोधपरक पुस्तक में मुंशी प्रेमचंद के समकालीन