प्रो० जगत सिंह बिष्ट: एक प्रतिभावान छात्र से वर्तमान कुलपति तक का सफर है कठिन कुछ भी नहीं, जिनके है जी में यह ठना।  कोस कितने ही चलें, पर वे कभी थकते नहीं॥      साहित्यकार अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ की उपर्युक्त पक्तियाँ आकर्षक व्यक्तित्व एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रो० जगत सिंह बिष्ट के