कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

Tag: साहित्यकार पूरन चंद्र कांडपाल

कुमाउनी कवि पूरनचंद्र कांडपाल की कुमाउनी कविताएँ

पूरनचंद्र कांडपाल की कुमाउनी कविताएँ 1. इज है ठुल को ?  न सरग न पताव न तीरथ न धाम, इज है ठुल क्वे और न्हैति मुकाम। आपूं स्येतीं गिल म हमूकैं स्येवैं वबाण, हमार ऐरामा लिजी वीक ऐराम हराण। इज क कर्ज है दुनिय में क्वे उऋण नि है सकन, आंचव में पीई दूद क

कुमाउनी कहानी संग्रह: भल करौ च्यला त्वील (Kumauni story Collection: Bhal karau chyala twil)

कुमाउनी कहानी संग्रह: भल करौ च्यला त्वील Kumauni story Collection: Bhal karau chyala twil       साथियों, क्या आप उस शख्सियत का नाम जानते हैं, जिसका कुमाउनी में बच्चों के लिए साहित्य लिखने में विशेष योगदान है ? आइये आज हम चर्चा करते हैं कुमाउनी के इसी कथाकार के कुमाउनी कहानी संग्रह ‘भल करौ
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