कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

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वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने की आवश्यकता: कुलसचिव डॉ० देवेंद्र सिंह बिष्ट

समाज में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने की आवश्यकता: कुलसचिव डॉ० देवेंद्र सिंह बिष्ट  अल्मोड़ा, आधुनिक समय में हमें वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दिए जाने की आवश्यकता है, ताकि हम एक वास्तविक विकसित समाज का निर्माण कर सकें। यह बात सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलसचिव डॉ० देवेंद्र सिंह बिष्ट ने रा० इ० का०

जन जागरूकता से बचेंगे जंगल: जोशी 

जन जागरूकता से बचेंगे जंगल: जोशी  अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई में हंस फाउंडेशन, ताकुला (अल्मोड़ा) के सौजन्य से ‘वनाग्नि सुरक्षा एवं जनजागरूकता कार्यक्रम’ आयोजित किया गया।     कार्यक्रम में गणनाथ वन क्षेत्र (वन विभाग) के वन दरोगा चारू चन्द्र जोशी ने कहा कि वनों में आग लगने से संसाधनों की कमी हो जाती

दीवारें बोलती हैं, चित्र-5, किताब पढ़ता लड़का

प्रोजेक्ट कायाकल्प, भाग-3, दीवारें बोलती हैं         रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में प्रोजेक्ट कायाकल्प के तीसरे भाग ‘दीवारें बोलती हैं’ के अंतर्गत विद्यालय की दीवारों में चित्रांकन, पेंटिंग व लेखन का कार्य किया गया। इस भाग को हिंदी प्रवक्ता डॉ. पवनेश ठकुराठी के दिशा-निर्देश में संपन्न किया गया। इस हेतु उन्हें

चित्र 3, दीवारों पर फूल, घास, जलाशय, कमल, बत्तख, मछली, पेड़ आदि का चित्रांकन

प्रोजेक्ट कायाकल्प, भाग-3, दीवारें बोलती हैं           रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में प्रोजेक्ट कायाकल्प के तीसरे भाग ‘दीवारें बोलती हैं’ के अंतर्गत विद्यालय की दीवारों में चित्रांकन, पेंटिंग व लेखन का कार्य किया गया। इस भाग को हिंदी प्रवक्ता डॉ. पवनेश ठकुराठी के दिशा-निर्देश में संपन्न किया गया। इस हेतु

प्रोजेक्ट कायाकल्प, दीवारें बोलती हैं, पुस्तकालय-बाहरी दीवार, चित्र-1, किताब पढ़ती लड़की

प्रोजेक्ट कायाकल्प, भाग-3, दीवारें बोलती हैं         रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में प्रोजेक्ट कायाकल्प के तीसरे भाग ‘दीवारें बोलती हैं’ के अंतर्गत विद्यालय की दीवारों में चित्रांकन, पेंटिंग व लेखन का कार्य किया गया। इस भाग को हिंदी प्रवक्ता डॉ. पवनेश ठकुराठी के दिशा-निर्देश में संपन्न किया गया। इस हेतु उन्हें

प्रोजेक्ट कायाकल्प: भाग 2, रंगाई-पुताई- मुस्कुराती दीवारें

प्रोजेक्ट कायाकल्प: भाग 2, रंगाई-पुताई- मुस्कुराती दीवारें       प्रोजेक्ट कायाकल्प के पहले भाग ‘इमारतें जिंदा होंगी’ को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) के विद्यालय प्रबंधन के समक्ष लक्ष्य था विद्यालय की दीवारों को रंगने का। इसीलिए प्रोजेक्ट के इस दूसरे भाग को नाम दिया गया- मुस्कुराती दीवारें।   

प्रोजेक्ट कायाकल्प: भाग- 1, लघु मरम्मत- इमारतें जिंदा होंगी

प्रोजेक्ट कायाकल्प: भाग- 1, लघु मरम्मत- इमारतें जिंदा होंगी         रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में विद्यालय के समस्त शिक्षकों ने प्रधानाचार्य अनिल कुमार कठेरिया जी के साथ एक मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया कि विद्यालय को एक खूबसूरत स्वरूप प्रदान किया जाय। इस हेतु विद्यालय के सीमित व उपलब्ध आर्थिक

रा० इ० का० नाई में किया गया वृक्षारोपण

रा० इ० का० नाई में किया गया वृक्षारोपण     अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई में हरेला लोकपर्व के अवसर पर वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। वृक्षारोपण के दौरान विद्यालय में प्रधानाचार्य अनिल कुमार कठेरिया, भूगोल प्रवक्ता रमेश सिंह रावत, अंग्रेजी प्रवक्ता श्रीमती सोनिया, अर्थशास्त्र प्रवक्ता गणेश चंद्र शर्मा, पवनेश ठकुराठी, सौरभ कुमार, अंकित जोशी,

अमृत महोत्सव के शुभारंभ पर प्रतियोगिताओं का आयोजन

अमृत महोत्सव के शुभारंभ पर प्रतियोगिताओं का आयोजन       अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई ( अल्मोड़ा ) के विद्यालय परिसर में भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ से 75 सप्ताह पूर्व यानि 12 मार्च, 2021 से आजादी के अमृत स्मरणोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

मंजिल की ओर

मंजिल की ओर रमेश कक्षा तीन में पढ़ता था। वह पढ़ने में अत्यधिक होशियार था। इसी वजह से रमेश के पिताजी उसे कक्षा तीन से सीधे कक्षा पांच में एडमिशन दिलाना चाहते थे। जब रमेश ने तीसरी कक्षा भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की तब रमेश के पिता ने विद्यालय के प्रधानाचार्य जी से कहा-
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