प्रेम दारोगा जी थाने में बैठे हुए थे। एक आरोपी को उनके सामने लाया गया तो, उन्होंने आरोपी को डांटते हुए पूछा- “तुमने उस लड़की के मुंह पर तेजाब क्यों फैंका ?” आरोपी ने सिर ऊंचा करते हुए दृढ़ता से कहा- “क्योंकि मैं उससे प्रेम करता था….।”