कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

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शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार 2022 से डॉ. देवसिंह पोखरिया होंगे सम्मानित

शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार 2022 से डॉ. देवसिंह पोखरिया होंगे सम्मानित अल्मोड़ा, कुमाउनी साहित्य में इस वर्ष का शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार कुमाउनी कवि डॉ. देवसिंह पोखरिया को दिया जाएगा। कविता पुुुरस्कार हेतु चयनित समिति के सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श के बाद डॉ. देवसिंह पोखरिया (पिथौरागढ़) का नाम घोषित किया

शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार 2021 से डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा होंगे सम्मानित

शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार 2021 से डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा होंगे सम्मानित        अल्मोड़ा, कुमाउनी साहित्य में इस वर्ष का शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’ कुमाउनी कविता पुरस्कार कुमाउनी कवि डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा को दिया जाएगा। कविता पुुुरस्कार हेतु चयनित समिति के सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श के बाद डॉ. कीर्तिबल्लभ शक्टा (चंपावत) का

कुमाउनी का पहला व्यंग्य संग्रह: ठेकुवा

कुमाउनी का पहला व्यंग्य संग्रह: ठेकुवा पुस्तक के विषय में-       कुमाउनी कवि और लेखक प्रकाश चंद्र जोशी ‘शूल’ के ‘ठेकुवा’ व्यंग्य संग्रह का प्रकाशन मार्च, 2012 में हिमाल प्रेस, पिथौरागढ़ से हुआ। इस व्यंग्य संग्रह में शूल जी के भल फिरि ऊनु, ठेकुवा, ई काफल हैं सैपो, लाल कुत्तम अति उत्तम, सड़ियौ

कुमाउनी कवि ताराराम आर्य के लोकप्रिय गीत

कवि ताराराम आर्य के लोकप्रिय गीत      7 जुलाई, 1925 को ओखलकांडा (नैनीताल) के गांव सुरंग में जन्मे जनकवि ताराराम आर्य का 98 वर्ष की उम्र में हल्द्वानी में निधन हो गया। कवि ताराराम आर्य की ‘सुंदर लोकगीतों का गुच्छा’ शीर्षक से कई छोटी-छोटी लोकगीतों की पुस्तिकाएँ प्रकाशित हैं।      वे अपनी रचनाओं

दुदबोलि के उन्नायक: मथुरादत्त मठपाल

साथियों, कुमाउनी भाषा-साहित्य के अनन्य सेवक मथुरादत्त मठपाल जी का विगत 9 मई को निधन हो गया। मठपाल जी का कुमाउनी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यह आलेख उन्हीं को समर्पित-  दुदबोलि के उन्नायक: मथुरादत्त मठपाल      कुमाउनी के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले संपादक व रचनाकार मथुरादत्त मठपाल का
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