कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

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डॉ. पवनेश ठकुराठी का कुमाउनी कहानी संग्रह: म्यर गों डाॅट काॅम

म्यर गों डाॅट काॅम (कुमाउनी कहानी संग्रह, 2015)         डॉ. पवनेश के ‘म्यर गों डाॅट काॅम’ कुमाउनी कहानी संग्रह का प्रकाशन सृजन से.. प्रकाशन, गाजियाबाद से वर्ष 2015 में हुआ। डॉ. पवनेश के इस कहानी संग्रह में कुल 10 कहानियाँ संगृहीत हैं। ये कहानियाँ क्रमशः छ्योड़ि पगली गै, आमा, प्यौलि और बुरांश,

डॉ. पवनेश की शोधपरक पुस्तक: मानसरोवर के नारी पात्र

मानसरोवर के नारी पात्र      डॉ. पवनेश की ‘मानसरोवर के नारी पात्र’ पुस्तक का प्रकाशन वर्ष 2014 में अल्मोड़ा किताब घर, अल्मोड़ा से हुआ। इस पुस्तक में कथाकार प्रेमचंद के 8 भागों में प्रकाशित ‘मानसरोवर’ कहानी संग्रह की कुल 203 कहानियों के नारी चरित्रों को सूचीबद्ध किया गया है। पुस्तक प्रेमचंद के शोधार्थियों हेतु

प्रोजेक्ट कायाकल्प, दीवारें बोलती हैं, पुस्तकालय-बाहरी दीवार, चित्र-1, किताब पढ़ती लड़की

प्रोजेक्ट कायाकल्प, भाग-3, दीवारें बोलती हैं         रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) में प्रोजेक्ट कायाकल्प के तीसरे भाग ‘दीवारें बोलती हैं’ के अंतर्गत विद्यालय की दीवारों में चित्रांकन, पेंटिंग व लेखन का कार्य किया गया। इस भाग को हिंदी प्रवक्ता डॉ. पवनेश ठकुराठी के दिशा-निर्देश में संपन्न किया गया। इस हेतु उन्हें

डॉ. पवनेश का कविता संग्रह- दो पेज की चिट्ठी में

कविता संग्रह – दो पेज की चिट्ठी में ( Poetry Collection- Do Page Ki Chiththi mai )      साल 2013 में अल्मोड़ा किताब घर से प्रकाशित पवनेश ठकुराठी के इस हिंदी कविता संग्रह में कुल 56 कविताएँ संगृहीत हैं। ये कविताएँ युवा मन की कविताएँ हैं, जो अपने समाज की विडंबनाओं को उजागर करने
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