कठिन नहीं कोई भी काम, हर काम संभव है। मुश्किल लगे जो मुकाम, वह मुकाम संभव है - डॉ. पवनेश।

द्वितीय ‘गंगा अधिकारी स्मृति नाटक लेखन पुरस्कार’ अल्मोड़ा के नवीन बिष्ट को

द्वितीय ‘गंगा अधिकारी स्मृति नाटक लेखन पुरस्कार’ अल्मोड़ा के नवीन बिष्ट को

         अल्मोड़ा। कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति के उन्नयन के लिए प्रयासरत संस्था ‘कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी अल्मोड़ा द्वारा ‘गंगा अधिकारी स्मृति नाटक लेखन पुरस्कार 2020’ की घोषणा की गई। संस्था के सचिव व ‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका के संपादक डाॅ. हयात सिंह रावत द्वारा बताया गया कि कुमाउनी भाषा में नाट्य लेखन को बढ़ावा देने के लिए पिछले वर्ष से यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। इस वर्ष यह पुरस्कार कुमाउनी में लेखन के सशक्त हस्ताक्षर अल्मोड़ा निवासी नवीन बिष्ट को उनकी नाट्य पुुुस्तक ‘बिरत्वाइ’ के लिए प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के चयन हेतु संस्था द्वारा एक समिति गठित की गई थी। इस चयन समिति में प्रो. के.सी. जोशी, डाॅ. कुंदन रावत और नीरज पंत शामिल थे। समिति द्वारा सर्वसम्मति से नवीन बिष्ट की नाट्य कृति को पुरस्कार हेतु चुना गया।

नाटककार नवीन बिष्ट

        संस्था सचिव डॉ. हयात सिंह रावत ने सेवा निवृत्त शिक्षक के.पी. एस. अधिकारी ( द्वाराहाट ) का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि कुमाउनी भाषा में नाट्य लेखन के इस पुरस्कार हेतु आर्थिक सहायता उन्हीं के द्वारा प्रदान की जा रही है। श्री नवीन बिष्ट को यह पुरस्कार माह- दिसंबर, 2020 में आयोजित होने वाले कुमाउनी भाषा सम्मेलन में प्रदान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि श्री नवीन बिष्ट कुमाउनी भाषा के ऐसे रचनाकार हैं जो कविता, कहानी, नाटक जैसी तमाम विधाओं में लगातार लेखन करते रहे हैं। उनके द्वारा कुमाउनी जन जीवन संस्कृति और भाषा आधारित कई नाटकों की रचना भी की गई है। 



     उनकी नाट्य कृति ‘बिरत्वाइ’ में लोकगाथा आधारित बाला गोरिया, बैरागी कल्याण, राजुला मालूशाही, नारद मोह चार नाटक शामिल हैं। विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा समय-समय पर इन चारों नाटकों का मंचन किया जा चुका है। श्री बिष्ट के इन नाटकों को पूर्व में रामनगर में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित सांस्कृतिक समारोह बसंतोत्सव में पुरस्कृत भी किया जा चुका है। नारद मोह नाटक को कई रामलीला कमेटियों द्वारा मंचन हेतु चुना गया है। श्री नवीन बिष्ट लंबे समय से पत्रकारिता में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने हिलांँस, दैनिक जागरण, पर्वत पीयूष जैसे समाचार पत्रों के साथ भी कार्य किया है। वर्तमान में वे ‘सीमांत वार्ता’ समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ हैं।

पुरस्कृत पुस्तक का मुखपृष्ठ

     वर्ष 2019 का यह पुरस्कार नवीन चंद्र जोशी ‘नित्यम् को ‘बोकी’ नाटक के लिए प्राप्त हो चुका है। 

विशेष आपके लिए-

       यदि आपने भी लिखी है कुमाउनी में कोई नाटक की पुस्तक और यदि आप भी चाहते हैं कि नाट्य लेखन के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से आपकी कृति को भी सम्मानित किया जाय तो, अगले वर्ष के पुरस्कार हेतु आप अपनी पुस्तक नीचे दिए पते पर भेज सकते हैं। ध्यान रहे पुस्तक कुमाउनी भाषा में व नाटक विधा में लिखित होनी चाहिए-
संपादक- ‘पहरू’
इंद्र सदन, सुनारी नौला, अल्मोड़ा, उत्तराखंड- 263601



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