समर्पित राजनेता व संस्कृतिकर्मी थे इंद्रमणि बडोनी अल्मोड़ा, रा० इ० का० नाई में इंद्रमणि बडोनी का जन्मदिन लोक संस्कृति दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन लोकभाषा कुमाउनी में हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में बडोनी जी की अग्रणी
रा० इ० का० नाई में मनाया गया शिक्षक दिवस समारोह अल्मोड़ा, रा० इ० काॅ० नाई (अल्मोड़ा) में शिक्षक दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का सुभारम्भ विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य रमेश सिंह रावत और मुख्य अतिथि श्री कुलदीप सिंह अल्मिया ने मां सरस्वती व डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन
न्याय पंचायत स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में दीपांक प्रथम अल्मोड़ा, रा०इ०का०भकूना में आयोजित न्याय पंचायत स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता, खेल महाकुंभ-2021(अंडर 14) में रा० इ० का० नाई (अल्मोड़ा) के कक्षा 8 के छात्र दीपांक सिंह बिष्ट ने 100 मीटर दौड़ वर्ग और 400 मीटर दौड़ वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। प्रतियोगिता में विद्यालय के निम्न
अल्मोड़ा में इन दिनों लगा हुआ है नंदादेवी का भव्य मेला सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में इन दिनों माँ नंदा देवी का मेला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। लोग दूर-दराज से आकर मेले का आनंद ले रहे हैं और नंदादेवी मंदिर परिसर के आसपास लगे मेले में खूब खरीददारी कर रहे
पिथौरागढ़ के बसोड़ (अलगड़ा) गाँव में आयोजित हिलजात्रा के खूबसूरत दृश्य आजकल पिथौरागढ़ में लोकोत्सव ‘हिलजात्रा’ की धूम मची हुई है। देखिए जनपद के बसोड़ (अलगड़ा) गाँव में हुई हिलजात्रा की कुछ तस्वीरें- तस्वीरें साभार: City Pithoragarh Share this post
पिथौरागढ़ के भुरमुनी गाँव की हिलजात्रा के दृश्य आजकल पिथौरागढ़ में लोकोत्सव ‘हिलजात्रा’ की धूम मची हुई है। देखिए जनपद के भुरमुनी गाँव में हुई हिलजात्रा की कुछ तस्वीरें- तस्वीरें साभार- Lalit Dhanik, City Pithoragarh Share this post
पिथौरागढ़ का सातूं-आठूं लोकपर्व पिथौरागढ़। सीमांत जनपद में सातूं-आठूं महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सातूं-आठूं भगवान शिव और पार्वती (गौरा- महेश्वर) को बेटी और जमाई के रूप में विवाह बंधन में बांधने का पर्व है। इस पर्व के दौरान गौरा और महेश के विवाह की रस्में निभाई जाती हैं और बेटी व
छह साल की छोकरी: बहस के दायरे में NCERT की कक्षा-1 की हिंदी की किताब ‘रिमझिम’ की ‘छै साल की छोकरी’ कविता को लेकर सोशल मीडिया में जोरदार बहस छिड़ गई है। कुछ लोग तो बिना कवि और उसके कालखंड को जाने टिप्पणी कर रहे हैं। यह कविता कवि रामकृष्ण शर्मा खद्दर की
हिंदी खंडकाव्य: क्या पहचान प्रिया की होगी साथियों, पुस्तक चर्चा के अन्तर्गत आज हम बात करेंगे हिंदी खंडकाव्य ‘क्या पहचान प्रिया की होगी’ की। इस खंडकाव्य के रचयिता हैं- त्रिभुुवन गिरि। खंडकाव्य के विषय में- क्या पहचान प्रिया की होगी ‘क्या पहचान प्रिया की होगी’ उत्तराखंड के प्रसिद्ध लेखक त्रिभुवन गिरि का हिंदी
राजपथ पर कल यूँ दिखाई देगा उत्तराखंड का सौंदर्य- 72वें गणतंत्र दिवस के लिए उत्तराखंड की झांकी है तैयार कल संपूर्ण देश 72वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए उत्साहित है। कोरोना महामारी के कारण इस बार राजपथ पर आयोजित परेड में कोई मुख्य अतिथि ( चीफ गेस्ट) नहीं होगा। देश के